चंचल सी कोमल सी सुंदर सी मूरत, भावों की सागर सी भोली सी सूरत, सपनों की रानी सी कविता कहानी सी, निर्मल थी पानी सी वह सुंदर सी रचना,

संतोष कुमार

English Poem by Santosh Kumar : 111210972

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