#एक_तमन्ना

तेरी नजरो ने मेरी नजरो से है नजरे मिलाई जब से,
एक मुददत से मेरी आंखो को नींद नही आई तब से,

मेरी रुह को छु लीया है तेरी रुह ने कुछ ऐसे,
हो गई हु मै सामिल तुझ मे और हुई पराई सब से...

~एक तमन्ना (काव्य संग्रह)

English Shayri by Nilay Patel : 111196048

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