#काव्योत्सव2 #प्रेम

उम्र भर के लिए सनम
तेरा साथ चाहती हूँ
जो मेरे दिल में हैं
तेरे दिल में वही
जज़्बात चाहती हूँ

तू मेरा नहीं हो सकता
इसका इल्म है मुझे
फिर भी तू मेरा रहे
ऐसे हालात चाहती हूँ

सुबह सवेरे नहीं ना सही,
किसी भीगी सी शाम सही,
मैं तुमसे एक अदद,
लम्बी सी मुलाकात चाहती हूँ

English Poem by अnu : 111166335
..... 5 years ago

bhut khub gazal

Sharad Maloo 5 years ago

super, very Nice.

DHIRENDRA BISHT DHiR 5 years ago

Mam Is this written by you?

Pt Naresh Yadav 5 years ago

बहुत ही सुन्दर,और अच्छी बात लिखी है,अनू जी आपने,शुक्रियाँ।

Ssndeep 5 years ago

તમૅ નંબર વન જ છૉ કોમ્પિટિશન તૉ હમજયા હવૅ

The best sellers write on Matrubharti, do you?

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