#kavyotsav2
*~~~बेवफाई~~~*
सुनो लड़ाकी रहना दिलदार
कभी नहीं करना झूठा प्यार
बेवफाई हर लेगी।

जो पल मे राजी होती हो।
फिर डर डर के क्यूं रोती हो।
कुछ मां- बाप का ध्यान रखो
जिनके छाओं पर सोती हो।

ये दुनिया है अश्लील।
जो करती बहुत जलील।
बेवफाई हर लेगी।

यहा बस एक ही माया है।
जिस्म जिस्म ही छाया है।
रूह कहाँ यह पता नहीं
सच्चा प्यारा नहीं कोई पाया है।

यहाँ मिलते नहीं गवाह।
बस जीवन रहे तवाह।
बेवफाई हर लेगी।
writerlokesh.blogspot.com

English Poem by प्रिन्शु लोकेश तिवारी : 111164253

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now