#KVYOTSAB

मेरी जान तो बसती तुझमे,जाने तू क्यों ना जाने
समझाऊ मैं कैसे गल्ला,मेरी धड़कन क्यों ना पहचाने।
चाँद को जैसे करती रोशन,चाँदनी की सौगाते मोर पपीहा नाचे ,जब जब होती है बरसाते
क्यों मेरे नैना अश्क़ बहाए,भीगे ना तेरी राहे।

जैसे मेरे ख्वाबों में तू करता इतनी बातें,
हाथों में तेरा हाथ है होता ,आँखों मे तेरी आँखे,
मेरी जान तो बसती तुझमें, तू क्यों ना पहचाने।
समझाऊ मै कैसे गल्ला,मेरी धड़कन क्यों
ना पहचाने।


धन्यवाद
सोनिया चेतन कानूनगो

Hindi Poem by Sonia chetan kanoongo : 111163432

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