kavyotsav-2
एक दिन
जब तुम जानोगे
कि, सुंदरता में
कुछ नहीं था जो सुंदर था!
एक दिन तुम जानोगे
कि,जिस पर भरोसा कर
तुम हाथ जोड़ते रहे प्रार्थना में
दिन-रात
वो ईश्वर अस्तित्वहीन था!
एक दिन तुम जानोगे
कि,समुंदर में उतरे थे
जिस नाविक पर भरोसा कर के
वो नौसिखिया था!
एक दिन तुम जानोगे...
तब तुम पाओगे
ठगा-सा खुद को!
हताशा के उन पलों में ,,
अपने कंधे थपथपा लेना..
क्योंकि
अंधेरे में जो तीर चलाये थे तुमने
वो ज्यादातर निशाने पे जा लगे थे।
#तारणहार
लता