Arz किया है =केहने को तो बहुत कुछ है लेकिन केह नहीं सकते और जब केहते हैं तो समाज हमे रहने नहीं देते, शब्बीर सफ्री

Gujarati Quotes by Shabbir Safri : 111162122

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now