*जिंदगी का कैल्कुलेशन*
*बहुत बार किया।*
*लेकिन, "सुख-दुःख" का*
*ऐकांउट" कभी समझा ही नहीं!*
*जब टोटल किया तो समझ आया...*
*"करर्मो" के सिवा.....*
*...कुछ भी बैलेंस रहता नहीं !*
*सुप्रभात*

Gujarati Good Morning by Bhavu Patel : 111148357

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