बातें तो हज़ार करते हो, सुना है
महोब्बत उधार करते हो, सुना है

जब भी जरूरत हो इश्क़ की
तुम भरते हो इश्तहार, सुना है

ये जो वक़्त है, संभल जाना
आता नहीं बार बार, सुना है

अच्छा मयकदा ये ही रस्ते पे हैं
उसका अच्छा है व्यापार सुना है

ये जो अंगूठी हैं, सगाई की हैं
जल्द ही आ रहा त्यौहार सुना है

अशिक़ो के मुँह कतैह न लगाना
होते है बहुत धारदार सुना है

हिमांशु

Hindi Shayri by Himanshu Mecwan : 111144739

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