प्यार by Soul!

आज रवि की शादी थी, मुस्कान से, यह एक "Arrange marriage" थी। रवि के दिल के अन्दर कुछ बातें "तैर" रही थी, पर बदनामी के डर के कारण उसने बातों को अपने दु:ख के समंदर में डूबो दिया था!

वो अपने माता-पिता को हमेशा यूं ही कहता कि मुझे शादी नहीं करनी...वो नहीं चाहता था कि उसके कारण किसी लड़की का जीवन ख़राब हो! पर परिवार वालों और खासकर माँ की जिद्द ने रवि को मुस्कान से शादी करने पर मजबूर कर दिया था!
शादी के बाद मुस्कान से आँखें नहीं मिला पाता था और ना ही ठीक से बात कर पाता था।
मुस्कान ने एक दिन रवि से सच्चाई और सारी दबीं बातों को उससे उजागर करने को कहा, रवि छटपटाया और सोचा कि "मैं अपनी ख़ामियों का दोष उस बिचारी को क्यों दे रहा हूँ!"

बाद में उसने मुस्कान को अपनी सारी बातें बताई। कहा, "मैं वो वृक्ष, जो फल-फूल नहीं दे सकता, साफ़-साफ़ कहूँ तो मैं 'नपूसंक' हूँ, बदनामी के डर और परिवार वालों के शादी करने के दबाव से मैं किसी को बता नहीं पाया, I am sorry!"

मुस्कान सन्न रह गई और बाद में हल्की-सी मुस्कुराहट लेके बोली "मैंने तो वृक्ष से प्यार किया है, ना कि उसके फल-फूल से!"
रवि की आँखें खुशी से भर आई और मुस्कान को गले से लगा लिया!

तो, इस कहानी से यह सीख मिलती हैं कि प्यार शरीर से नहीं, बल्कि आत्मा से किया जाना चाहिए! तो ही प्यार के रिश्ते मजबूत होते हैं।
#Moralstories #Pyarbysoul

Hindi Story by Sumit Bherwani : 111136831

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