#AJ #DEVANSHI #AJDEVANSHI

कहते हैं जन्नत है उसके पांव के नीचे,
कहते हैं जन्नत है उसके पांव के नीचे
चलना सीखा हूं मां से अपनी आंख को मीचे.

खिलाया है हर निवाला इस क़दर,
खिलाया है हर निवाला इस क़दर,
उतरे ना एहसान उम्र भर कितना भी कीजे.

सिखाया है मोहब्बत करना उसने ही,
सिखाया है मोहब्बत करना उसने ही,
तो क्यों ना उसी से मोहब्बत कीजे.

कहते हैं जन्नत है उसके पांव के नीचे.
कहते हैं जन्नत है उसके पांव के नीचे.

English Shayri by Moin Kureshi : 111075535

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