तेरी कातिल अदाएँ जानम समझ न सके,
नशीली निगाहों का वो सितम समझ न सके।
तुमने बताया तो होगा हाल - ए - दिल पर-
क्यों फिर भी #किताब -ए-इश्क़ हम समझ न सके।।

अंशुल पाल 'रण'
जीरकपुर,मोहाली(पंजाब)

English Shayri by Anshul Pal : 111072551

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